लोकसभा चुनाव 2024: खगड़िया लोकसभा में मतदान का महज छ: दिन रह गए पर मतदाताओं में उत्साह देखने को नहीं मिल रहा... रिपोर्ट: एस. भारती। खगड़िया:...
लोकसभा चुनाव 2024: खगड़िया लोकसभा में मतदान का महज छ: दिन रह गए पर मतदाताओं में उत्साह देखने को नहीं मिल रहा...
खगड़िया: लोकसभा में मतदान का महज़ छ: दिन रह गए पर चुनाव को लेकर मतदाताओं में उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है। खगड़िया लोकसभा में चुनाव ज्यों ज्यों नजदीक आते जा रहा है त्यों त्यों प्रत्याशियों की धड़कने तेज होते जा रहा है। खगड़िया लोकसभा में तीसरे चरण के चुनाव में 7 मई को मतदान होना है। खगड़िया लोकसभा से कुल 12 प्रत्याशी डॉ. रवि कुमार, राजेश वर्मा, संजय कुमार, अजय कुमार, आसिफ इमाम, कंचन माला, चन्द्र किशोर ठाकुर, पिंकू कुमार, दीनानाथ चंद्रवंशी, प्रियदर्शी दिनकर, रुपम देवी एवं सोनू कुमार चुनावी मैदान में जोर आजमाइश कर रहे है। इस चुनाव में मुख्य रूप से इण्डिया गठबंधन के संजय कुमार एवं एनडीए गठबंधन के राजेश वर्मा के बीच सीधा मुकाबला होना तय माना जा रहा है। वैसे 2024 के लोकसभा चुनाव में खगड़िया लोकसभा सीट से जहाँ एक तरफ लोजपा (रा) पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से अपने प्रत्याशी राजेश वर्मा को जीत दिलाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इण्डिया गठबंधन के प्रत्याशी सीपीआई (एम) के प्रत्याशी संजय कुमार कुशवाहा को जीत के लिए कोई कोर कसर छोड़ने की फिराक में नहीं है । इण्डिया गठबंधन ने खगड़िया लोकसभा में जाति समीकरण को देखते हुए अपने उम्मीदवार के रूप में संजय कुमार कुशवाहा को खगड़िया लोकसभा सीट से सीपीआई (एम) पार्टी से मैदान में उतारा है। पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान के गृह जिला खगड़िया में लोजपा (रा) प्रमुख चिराग पासवान के लिए एक तरफ जहाँ खगड़िया लोकसभा सीट प्रतिष्ठा बन चुका है तो वहीं दूसरी तरफ लोजपा (रा) प्रत्याशी को लेकर खगड़िया लोकसभा में लोजपा (रा) पार्टी समेत एनडीए गठबंधन के सहयोगियों को भी सहेजना खगड़िया लोकसभा में चिराग पासवान के लिए टेढ़ी खीर के समान है। हलांकि एनडीए गठबंधन की तरफ से एक जुटता की बात कही जा रही है। लेकिन इसके बाबजूद भी बताया जा रहा है कि पार्टी प्रत्याशी को लेकर कुछ लोजपा (रा) खेमा, कुछ जदयू खेमा तो कुछ भाजपा खेमा में प्रत्याशी को लेकर चिराग पासवान के प्रति नराजगी चल रहा है। हाल ही में खगड़िया लोकसभा से 2014 एवं 2019 के लोजपा से रहे निवर्तमान सांसद चौधरी महबूब अली कैसर लोजपा को छोड़कर महागठबंधन के राजद में शामिल होकर चिराग पासवान को एक बड़ा चुनौती दिया है तो वहीं खगड़िया लोकसभा के अलोली विधानसभा का प्रतिनिधित्व कर चुके राष्ट्रीय लोजपा सुप्रीम पशुपति कुमार पारस भी चिराग पासवान से नराज चल रहे हैं, जिसका खामियाजा भी लोजपा (रा) पार्टी प्रत्याशी राजेश वर्मा को भुगतने से इंकार नहीं किया जा सकता है। अब देखना है कि इस सब चुनोतियों को स्वीकार करते हुए चिराग पासवान अपने गृह जिला खगड़िया से एनडीए गठबंधन को हैट्रिक जीत दिला पाते हैं कि नहीं? चुनाव की तपीश में सभी प्रत्याशी अपना-अपना जोर आजमाइश में दिन रात एक किये हुए हैं तो वहीं इण्डिया गठबंधन एवं एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी अपने अपने समर्थन के लिए अपने घटक दलों के सहयोगियों के साथ जनता के बीच जाकर अपने अपने गठबंधन के आला कमान के वादे से जनता को अवगत करा रहे हैं लेकिन जनता वर्तमान जनसमस्याओं को लेकर पार्टी प्रत्याशी एवं उनके सहयोगियों की बातें को अनसुना कर रहे हैं। जो पार्टी प्रत्याशियों को परेशानी में डाल रखा है। दबी जुबान को लिया जाए तो पार्टी प्रत्याशी को खगड़िया लोकसभा में अपनों से ही भीतरघात का सामना से इंकार नहीं किया जा सकता है। क्योंकि घटक दलों के नेताओं में ही अपने अपने सम्मान को लेकर एक दूसरे से नराजगी चल रही है। जिसका खामियाजा पार्टी प्रत्याशी को चुनाव में भुगतना पड़ेगा। ऊंट किस करवट बैठेगा ये तो समय आने पर पता चलेगा कि खगड़िया लोकसभा की जनता किस ओर करवट लेंगे। खगड़िया लोकसभा में जनता का खामोशी पार्टी प्रत्याशी के धड़कन को तेज कर रखा है। चुनाव का महज छ: दिन बच गया लेकिन अभी तक चुनाव को लेकर मतदाताओं में उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है।
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