Page Nav

HIDE

Breaking News

latest


आवश्यक सूचना:-  न्यूज़ पोर्टल वेबसाइट बनवाने के लिय इस नंबर 9411066100 पर संपर्क करें और बनवाएँ आपना मनपसंद वेबसाइट कई फीचर के साथ पहले डेमो देखें फिर बनवाएँ 

तिब्बत मैत्री संघ के बिहार अध्यक्ष ने तिब्बती युवा कांग्रेस द्वारा अरुणाचल प्रदेश से भारत तिब्बत सीमा तक निकले बाइक रैली का पटना में स्वागत किया

तिब्बत मैत्री संघ के बिहार अध्यक्ष ने तिब्बती युवा कांग्रेस द्वारा अरुणाचल प्रदेश से भारत तिब्बत सीमा तक निकले बाइक रैली का पटना में स्वागत ...

तिब्बत मैत्री संघ के बिहार अध्यक्ष ने तिब्बती युवा कांग्रेस द्वारा अरुणाचल प्रदेश से भारत तिब्बत सीमा तक निकले बाइक रैली का पटना में स्वागत किया


रिपोर्टः रंजीत डे।

पटनाः तिब्बत मैत्री संघ के बिहार अध्यक्ष डॉ नरेंद्र कुमार एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री सुरेंद्र कुमार ने तिब्बती युवा कांग्रेस द्वारा अरुणाचल प्रदेश से भारत तिब्बत सीमा तक निकले बाइक रैली का पटना के जगजीवन राम शोध संस्थान में स्वागत किया। इस बाइक रैली का उद्देश्य चीनी शासन द्वारा तिब्बत में की जा रही क्रूरता को उजागर करना और पिछले 6 दशकों से चले आ रहे हैं , अवैध शासन का विरोध करना है। इसका मुख्य लक्ष्य तिब्बत में सांस्कृतिक नरसंहार की और अंतरराष्ट्रीय समुदाय का तत्काल ध्यान आकर्षित करना है ,जहां चीन द्वारा तिब्बती संस्कृति एवं पहचान को व्यवस्थित रूप से मिटाने की कठोर नीतियां लागू किया जा रहा है। इन नीतियों में तिब्बती बच्चों को औपनिवेशिक शैली में बोर्डिंग स्कूलों में जबरन दाखिल कराना, तिब्बती संस्कृति से संबंधित शैक्षिक गतिविधियों का सीमित करना और तिब्बती भाषा को संरक्षित करने का प्रयास करने वाले शिक्षकों एवं युवतियों को कैद करना इत्यादि इसके अतिरिक्त तिब्बती स्कूलों और मठों को जबरन बंद करना। जो कि तिब्बती संस्कृति भाषा और आध्यात्मिक विरासत के संरक्षण के लिए एक बड़ा खतरा है। अधिकारों का यह उलझन तिब्बती पहचान को दबाने के लिए चीनी सरकार के निरंतर प्रयासों का एक स्पष्ट संकेत है। हजारों वर्ष तक तिब्बत एक स्वतंत्र देश के रूप में अपने पड़ोसी देशों के साथ सांस्कृतिक और सभ्यतागत आदान-प्रदान के माध्यम से सौहार्दपूर्ण संबंध बनाए रखा हालांकि 1959 में चीन पीपुल्स रिपब्लिक पार्टी द्वारा तिब्बत पर कब्जा करने के बाद ऐतिहासिक रूप से शांतिपूर्ण भारत तिब्बत सीमा को नष्ट कर दिया गया। चीन अपनी विस्तारवादी नीतियों से प्रेरित होकर चीनी कम्युनिस्ट शासन से भारत क्षेत्र में घुसपैठ को ही बढ़ावा दे रहा है ,जो भारत की सीमा सुरक्षा और संप्रभुता के लिए भी।

कोई टिप्पणी नहीं

 
close