लोकसभा चुनाव 2024: समस्तीपुर में चुनाव के तीन दिन रह गए शेष पर ग्रामीण मतदाता में नहीं है उत्साह, प्रत्याशी कर रहे हैं जोर आजमाइश रिपोर्ट: ए...
लोकसभा चुनाव 2024: समस्तीपुर में चुनाव के तीन दिन रह गए शेष पर ग्रामीण मतदाता में नहीं है उत्साह, प्रत्याशी कर रहे हैं जोर आजमाइश
समस्तीपुर : लोकसभा में मतदान का महज़ तीन दिन रह गए शेष पर चुनाव को लेकर ग्रामीण मतदाताओं में उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है। समस्तीपुर लोकसभा में चुनाव ज्यों ज्यों नजदीक आते जा रहा है त्यों त्यों प्रत्याशियों की धड़कने तेज होते जा रहा है। समस्तीपुर लोकसभा में चौथा चरण के चुनाव में 13 मई को मतदान होना है। समस्तीपुर लोकसभा से चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी में रतन बिहारी, मुकेश चौपाल, विद्या नन्द राम, अमृता कुमारी, राम लखन महतों, पिन्कु पासवान, रवि रोशन कुमार, सन्नी हजारी, जीबछ कुमार हजारी, शाम्भवी चौधरी, शशिभूषण दास एवं लालबाबू महतो चुनावी मैदान में जोर आजमाइश कर रहे हैं। इस चुनाव में मुख्य रूप से इण्डिया गठबंधन के सन्नी हजारी एवं एनडीए गठबंधन के शाम्भवी चौधरी के बीच सीधा मुकाबला होना तय माना जा रहा है। वैसे 2024 के लोकसभा चुनाव में समस्तीपुर लोकसभा सीट से जहां एक तरफ लोजपा (रा) पार्टी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) की ओर से अपने प्रत्याशी शाम्भवी चौधरी को जीत दिलाने के लिए जोर आजमाइश कर रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इण्डिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी सन्नी हजारी को जीत के लिए कोई कोर कसर छोड़ने की फिराक में नहीं है। इण्डिया गठबंधन ने समस्तीपुर लोकसभा में स्थानीय प्रत्याशी मुद्दा को लेकर सन्नी हजारी को चुनाव मैदान में उतारा है। जहां पूर्व केन्द्रीय मंत्री दिवंगत रामविलास पासवान जी के द्वारा समस्तीपुर लोकसभा सीट पर बनाया विरासत को लोजपा (रा) प्रमुख चिराग पासवान के लिए एक तरफ जहां समस्तीपुर लोकसभा सीट प्रतिष्ठा बन चुका है तो वहीं दूसरी तरफ लोजपा (रा) प्रत्याशी को लेकर समस्तीपुर लोकसभा में लोजपा (रा) पार्टी समेत एनडीए गठबंधन के सहयोगियों को भी सहेजना समस्तीपुर लोकसभा में चिराग पासवान के लिए टेढ़ी खीर के समान है। हालांकि एनडीए गठबंधन की तरफ से एक जुटता की बात कही जा रही है। लेकिन इसके बाबजूद भी बताया जा रहा है कि पार्टी प्रत्याशी को लेकर कुछ लोजपा (रा) खेमा तो कुछ रालोजपा खेमा, कुछ जदयू खेमा तो कुछ भाजपा खेमा में प्रत्याशी को लेकर चिराग पासवान के प्रति नाराजगी चल रहा है। वहीं बताया जाता है कि समस्तीपुर लोकसभा के निवर्तमान सांसद प्रिंस राज को टिकट से मरहूम होना चिराग पासवान के लिए एक बड़ा चुनौती है। तो वहीं समस्तीपुर लोकसभा से प्रतिनिधित्व कर चुके निवर्तमान सांसद प्रिंस राज व्यक्तिगत चिराग पासवान से नाराज चल रहे हैं, जिसका खामियाजा लोजपा ( रा) पार्टी प्रत्याशी शाम्भवी चौधरी को भुगतने से इंकार नहीं किया जा सकता है। अब देखना है कि इस सब चुनौतियों को स्वीकार करते हुए चिराग पासवान अपने पिता के द्वारा बनाये गए विरासत समस्तीपुर लोकसभा सीट से एनडीए प्रत्याशी को जीत दिला पाते हैं कि नहीं?
चुनाव की तपीश में सभी प्रत्याशी अपना - अपना जोर आजमाइश में दिन रात एक किये हुए हैं तो वहीं इण्डिया गठबंधन एवं एनडीए गठबंधन के प्रत्याशी अपने अपने समर्थन के लिए अपने घटक दलों के सहयोगियों के साथ जनता के बीच जाकर अपने अपने गठबंधन के आला कमान के वादे से जनता को अवगत करा रहे हैं लेकिन जनता वर्तमान जनसमस्याओं को लेकर पार्टी प्रत्याशी एवं उनके सहयोगियों की बातें को अनसुना कर रहे हैं। जो पार्टी प्रत्याशियों को परेशानी में डाल रखा है। दबी जुबान को लिया जाए तो पार्टी प्रत्याशी को समस्तीपुर लोकसभा में अपनों से ही भीतरघात का सामना से इंकार नहीं किया जा सकता है। क्योंकि घटक दलों के नेताओं में ही अपने अपने सम्मान को लेकर एक दूसरे से नाराजगी चल रही है। जिसका खामियाजा पार्टी प्रत्याशी को चुनाव में भुगतना पड़ेगा। ऊंट किस करवट बैठेगा ये तो समय आने पर पता चलेगा कि समस्तीपुर लोकसभा की जनता किस ओर करवट लेंगे।
वहीं समस्तीपुर लोकसभा में जनता का खामोशी पार्टी प्रत्याशी के धड़कन को तेज कर रखा है। चुनाव का महज तीन दिन बच गया लेकिन अभी तक चुनाव को लेकर ग्रामीण मतदाताओं में उत्साह देखने को नहीं मिल रहा है।
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