समृद्ध बिहार के सपनों को साकार करने के लिए ‘मिशन 225’ की सफलता में जुटें एनडीए कार्यकर्ता - उमेश सिंह कुशवाहा रिपोर्ट: ठाकुर वरुण कुमार। पटन...
समृद्ध बिहार के सपनों को साकार करने के लिए ‘मिशन 225’ की सफलता में जुटें एनडीए कार्यकर्ता - उमेश सिंह कुशवाहा
रिपोर्ट: ठाकुर वरुण कुमार।
पटना/समस्तीपुर: जिला अंतर्गत कल्याणपुर विधानसभा में शुक्रवार को आयोजित एनडीए कार्यकर्ता सम्मेलन में बिहार जनता दल (यू0) के प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे नीतीश सरकार की विकास योजनाओं और बीते 20 वर्षों की ऐतिहासिक उपलब्धियों को बूथ स्तर पर जनसंपर्क अभियान के माध्यम से हर मतदाता तक पहुंचाएं।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि समृद्ध बिहार के सपनों को साकार करने और भावी पीढ़ियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए ‘‘2025 में 225 और फिर से नीतीश’’ के लक्ष्य को पूरा करने का संकल्प लेकर ही सभा से निकलना है।
श्री कुशवाहा ने आगे कहा कि श्री नीतीश कुमार ने बिहार को जंगलराज और पिछड़ापन से बाहर निकालकर विकास और सुशासन का माॅडल पेश किया है, जिसे पूरे देश-दुनिया में सराहा जाता है। उन्होंने बताया कि 2005 से पहले बिहार की स्थिति जगजाहिर है, लेकिन आज राज्य हर क्षेत्र में तेज गति से प्रगति कर रहा है। उन्होंने केंद्र और राज्य में डबल इंजन की एनडीए सरकार को बिहार के लिए स्वर्णिम अवसर बताया और कहा कि मोदी-नीतीश के कुशल नेतृत्व में देश और राज्य सर्वांगीण विकास के नए आयाम स्थापित कर रहे हैं।
प्रदेश अध्यक्ष ने स्नातक उत्तीर्ण बेरोजगार युवाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपये स्वयं सहायता भत्ता देने की घोषणा को स्वागत योग्य कदम बताया। साथ ही, उन्होंने स्टूडेंट क्रेडिट योजना के तहत शिक्षा ऋण को ब्याज मुक्त करने की पहल से लाखों छात्रों को मिलने वाले सीधे लाभ को महत्वपूर्ण बताया।
श्री कुशवाहा ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना, 125 यूनिट मुफ्त बिजली, 1 करोड़ नौकरी और रोजगार सृजन, सामाजिक सुरक्षा पेंशन तथा सरकारी कर्मचारियों के मानदेय में वृद्धि जैसी योजनाएँ स्पष्ट प्रमाण हैं कि नीतीश सरकार जनहित के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
साथ ही, उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि महागठबंधन का एकमात्र उद्देश्य बिना काम के क्रेडिट लेना, जनता को भ्रमित करना, झूठ फैलाना और विकास के मुद्दों से ध्यान भटकाना है, तथा सत्ता में आकर पुनः ‘जंगलराज’ स्थापित करना है। लेकिन, बिहार की जनता लालू परिवार के राजनीतिक चरित्र को भली-भांति पहचान चुकी है।
कोई टिप्पणी नहीं